तर्ज:  उड़ जा काले कावा 

छुट्टियां दे दे सेठ मने तू मैं रुणिचे जावा 

मारे सागे फेरी थारी लगाके मे जट आवा

बाबे रा दर्शन ना छोडू  छोडू दुनियादारी 

आवे भादवो हेल्ला मारे मने धवजा बंद धारी 

मे छोडू मैं तो थारी नौकरी, छुट्टी दे दे 4 दिन रि 

दर्शन थारा मेला मगरिया जीवन रो आधार 

काम खत्म नहीं हुअ ओ सेठा जब तक है संसार हो हो 

बिना मजदूरी पार पड़े ना आ भी बात है सागे 

सारी जिंदगी काम करूं तो जुन गधे सी लागे 

के छोडु मैं तो थारी नौकरी छुट्टी दे दे 4 दिन रि